Add To collaction

राजतिलक

.......राज तिलक...

खत्म हुआ वनवास राम का ,

फिर से राज तिलक होगा।

फिर से राम राज आएगा,

फिर हर घर अब मन्दिर होगा।

खुशियां ही खुशियां अब होगी ,

मंगल की बेला है आई है।

राम लला के स्वागत में ,

देवों ने थाल सजाई हैं।

आस्था के दीप बना कर,

प्रेम की बाती बनाएगें।

त्याग, सर्मपण मर्यादा का,

उनके चरणों में दीप जलाएगें।

गुजेगां अब अवध पुरी में हर पल सीता राम।

सिया रामऔर लखन लाल संग,महावीर हनुमान ।

बाजेगें अब ढोल नगाड़े,

चारों और कीर्तन होंगे।

राम राज्य आएगा फिर से,

अब राम मेरे राजा होंगे।

राम नाम का जाप करेंगे

सुबह दोपहर शाम।

गुजेगां अब अवध पुरी में हर पल सीता राम

सब मिल बोलो सीता राम सब मिल बोलो सीताराम

रूबी चेतन शुक्ला

अलीगंज

लखनऊ

   28
7 Comments

बेहतरीन

Reply

Rupesh Kumar

11-Dec-2023 06:41 PM

शानदार

Reply

Sushi saxena

11-Dec-2023 01:42 PM

V nice

Reply